टीवी शो तारा फ्रॉम सतारा और गब्बर इज बैक जैसी फिल्म में अपने अभिनय से पहचान बनाने वाले एक्टर आशीष गोखले इन दिनों डबल ड्यूटी कर रहे हैं। पेशे से डॉक्टर आशीष कोरोनावायरस के संक्रमण से जूझ रहे मरीजों का इलाज कर रहे हैं। कभी-कभी रातभर मरीजों की मदद के लिए हॉस्पिटल में ही रुकते हैं।
आशीष अकेले ऐसे नहीं हैं, जिन्होंने कोरोनावायरस से खतरे से लड़ाई में योगदान देने के लिए डॉक्टरी को फिर से चुना। भारतीय मूल की मॉडल और एक्ट्रेस भाषा मुखर्जी ने भी दुनियाभर में चैरिटी वर्क के अपने प्रोग्राम छोड़कर ब्रिटेन लौटना जरूरी समझा। पेशे से भाषा भी डॉक्टर हैं और कोरोना से संघर्ष कर रहे ब्रिटेन की मदद के लिए उन्होंने बेहतर यही समझा कि वे मरीजाें की सेवा करें। भाषा कहती हैं कि वे डॉक्टरी के लिए ब्रिटेन लौट आई हैं और साथियों के साथ जुड़ने से पहले वे एक-दो हफ्ते सेल्फ आइसोलेशन में रहेंगी। उनके अलावा बॉलीवुड एक्ट्रेस शिखा मल्होत्रा भी जोगेश्वरी के हॉस्पिटल में नर्स का काम कर रही हैं। बॉलीवुड में आने से पहले वे एक नर्स की ट्रेनिंग ले चुकी हैं।
लॉकडाउन का पालन करना बेहद जरूरी है- आशीष
एक वेबसाइट से बातचीत में आशीष ने कहा कि डॉक्टरी और एक्टिंग मेरे दिल के काफी करीब हैं। मैं शूटिंग के बाद हॉस्पिटल जाता हूं और यह मुझे बिल्कुल भी नहीं थकाता है। आशीष से जब सवाल किया गया कि लॉकडाउन के बारे में आप क्या कहेंगे? उन्होंने जवाब दिया- लॉकडाउन बेहद जरूरी है, क्योंकि वायरस तभी संक्रमण फैलाता है, जब लोग एक जगह से दूसरी जगह पर जाते हैं। अगर हम कहीं जाएंगे ही नहीं तो वायरस अपने आप ही मर जाएगा। संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट और क्वारैंटाइन करना ही इस संक्रमण को रोकने का अकेला तरीका है। अगर हमने लॉकडाउन का पालन नहीं किया तो यह महामारी 2025 तक जारी रहेगी।
25 मार्च से नहीं गए घर : वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में आशीष ने बताया कि वे पिछले 25 मार्च से घर नहीं गए हैं। इतना ही नहीं वे अक्सर शूटिंग के बाद भी हॉस्पिटल ही आ जाया करते थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या यह डबल ड्यूटी थकाने वाली नहीं होती थी तो उन्होंने जवाब दिया कि डॉक्टरी और अभिनय दोनों ही उनके लिए पैशन हैं और ये दोनों वो इन्स्ट्रूमेंट हैं, जिससे उनका तनाव कम होता है इसलिए ये थकाने वाला नहीं होता। उनकी बहन भी पुणे में कोरोना पेशेंट की सेवा में लगी हुई हैं।